रास्ता- जाम
जनता कहे सरकार से , तू क्या रोंधे मोय ,
हर दिन ऐसा आएगा , मैं रोंधूंगी तोय ।
मैं रोंधूंगी तोय , रास्ते जाम कराऊँ ,
चले न एको ट्रेन ,मैं पटरी पर सो जाऊं ।
सड़क का भ्रष्टाचार ,करन तू खोदे गड्ढे,
चलूँ मैं उलटी ओर, फंसे रहें बच्चे-बुद्धे ।। १ । ।
जाम करे सब काम
रास्ते करना जाम हमारा जन्म सिद्ध-अधिकार,
उलटी दिशा खड़ी करूँ , ट्रक,बस ,मोटर,कार ।
ट्रक,बस ,मोटर,कार, ट्रैक्टर नए -नए लाऊं ,
हो कृषकों की बात , ट्रालिया बीच अडाऊँ ।
विधान-सभा से लेकर , करूँ मैं रास्ते जाम।
जाम से होता नाम और जाम करे सब काम । । २ । ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें