मंगलवार, 28 दिसंबर 2010

ईमानदार

ईमानदार

प्रहरी रहता ऊंघता , चोर करें निज काम ,
आफिस में कुछ लोग हैं ,जिनको काम हराम .
जिनको काम हराम , न कभी पैसे खावें ,
रखते धरम -ईमान ,जगत में नाम कमावें ।
मनमोहन की नीति, लगे सबको है न्यारी ,
रुपये से रहो दूर, करो जमकर मक्कारी ॥

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें