ईमानदार
प्रहरी रहता ऊंघता , चोर करें निज काम ,
आफिस में कुछ लोग हैं ,जिनको काम हराम .
जिनको काम हराम , न कभी पैसे खावें ,
रखते धरम -ईमान ,जगत में नाम कमावें ।
मनमोहन की नीति, लगे सबको है न्यारी ,
रुपये से रहो दूर, करो जमकर मक्कारी ॥
प्रहरी रहता ऊंघता , चोर करें निज काम ,
आफिस में कुछ लोग हैं ,जिनको काम हराम .
जिनको काम हराम , न कभी पैसे खावें ,
रखते धरम -ईमान ,जगत में नाम कमावें ।
मनमोहन की नीति, लगे सबको है न्यारी ,
रुपये से रहो दूर, करो जमकर मक्कारी ॥
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