बुधवार, 21 मार्च 2012

kundaliyan पालिटिक्स , भ्रष्टाचारी , अर्थशास्त्री



  
            पालिटिक्स      
पालिटिक्स करना तुझे तो, सोनिया - मनमोहन बनो  ,
सब चीखते - चिल्लाते रहें , तुम किसी की  न सुनो .
भाव चीजों के बढ़ाओ , चन्दा वसूली चलने दो ,
ऋण पर बढ़ा दो सूद , उद्योगों को चौपट होने दो .
कर्जा बटोरो विश्व में , जितनी भी कीमत पर मिले ,
बेच दो सारे उपक्रम , कल के लिए कुछ न बचे .
आने वाली पीढ़ी पर , इतनी मुसीबते डाल दो ,
वह उनमें ही उलझी रहे , भ्रष्टों की चिंता न करे .
               भ्रष्टाचारी 
हर भ्रष्टाचारी चाहता ,घूंस न खाए कोय ,
मुझको धन मिलता रहे , उस पर रोक न होय 
उस पर रोक न होय , ऐसा कानून बनाएं ,
 दूसरा रुपये खाय , उसे जेल पहुंचाएं .
सबका एक विचार , की जो ईमान बताएं , 
 कर दो जिला बदर ,की टांग साथ ले जाएं .
          अर्थशास्त्री     
महान   अर्थशास्त्री  मनमोहन, गरीबी का करें बखान ,
जो पाए रोज तेईस रुपये, अमीर तू उसको मान .
अमीर तू उसको मान , जो पानी हवा से काम चलाए ,
नेताओं को दाता माने , झुक झुक शीश नववे .
गरीब को दाधीच बनाओ सोनिया का उपदेश ,
भुक्खड़ भ्रष्टों का पेट भर रहा ,ऐसा अपना देश .
डा. ए.डी. खत्री , भोपाल 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें