पालिटिक्स
पालिटिक्स करना तुझे तो, सोनिया - मनमोहन बनो ,
सब चीखते - चिल्लाते रहें , तुम किसी की न सुनो .
भाव चीजों के बढ़ाओ , चन्दा वसूली चलने दो ,
ऋण पर बढ़ा दो सूद , उद्योगों को चौपट होने दो .
कर्जा बटोरो विश्व में , जितनी भी कीमत पर मिले ,
बेच दो सारे उपक्रम , कल के लिए कुछ न बचे .
आने वाली पीढ़ी पर , इतनी मुसीबते डाल दो ,
वह उनमें ही उलझी रहे , भ्रष्टों की चिंता न करे .
भ्रष्टाचारी
हर भ्रष्टाचारी चाहता ,घूंस न खाए कोय ,
मुझको धन मिलता रहे , उस पर रोक न होय
उस पर रोक न होय , ऐसा कानून बनाएं ,
दूसरा रुपये खाय , उसे जेल पहुंचाएं .
सबका एक विचार , की जो ईमान बताएं ,
कर दो जिला बदर ,की टांग साथ ले जाएं .
अर्थशास्त्री
महान अर्थशास्त्री मनमोहन, गरीबी का करें बखान ,
जो पाए रोज तेईस रुपये, अमीर तू उसको मान .
अमीर तू उसको मान , जो पानी हवा से काम चलाए ,
नेताओं को दाता माने , झुक झुक शीश नववे .
गरीब को दाधीच बनाओ सोनिया का उपदेश ,
भुक्खड़ भ्रष्टों का पेट भर रहा ,ऐसा अपना देश .
डा. ए.डी. खत्री , भोपाल
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