सोमवार, 7 जनवरी 2013

सड़क और शिक्षा

सड़क

नेता-अफसर कर रहे ,जम कर भ्रष्टाचार ,
ऊपर से स्थिर दिखें,अन्दर बढ़ता भार .
अन्दर बढ़ता भार,सड़क पर जब वे जाते ,
मिटटी-गिट्टी,अत्थर-पत्थर,सब उड़ जाते.
लिंक रोड भोपाल खूब मोटी बनवाएँ ,
दौड़ें जितने भ्रष्ट, सड़क पर आंच न आए .१.

शिक्षा

छोटे- मोटे क्लर्क हुए , शिक्षा के खेवन हार ,
शिक्षक-प्राचार्य देखते , दूसरे कारोबार .
दूसरे कारोबार , कराते अफसर सारे,
पढाई- लिखाई से दूर , हुए शिक्षक बेचारे .
युद्ध पर जाती फ़ौज, परीक्षा ऐसे होती,
शिक्षा का उद्योग, उगलता हीरे-मोती.२.

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